नेता मतलब बिना पेंदी का लोटा ,
जब मागना हो वोट
तब सिर के बल लोटा ,
जीत गया जब चुनाव
तब फिर कभी नहीं लौटा ,
खा गया जनता का पैसा
तो फिर कभी न सका उसे वो लौटा ,
झूठे वादे कर जनता से देते हैं ये धोखा ,
जनता के पैसों को जोंक की तरह सोखा ,
नेता के पिछवाड़े पे बरसाओ सोंटा ,
फिर भी नेता कहते हम कभी नहीं सुधरेंगे
चाहे इनपे लगाओ मकोका या पोटा,
" कुमार "
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