Monday 12 December 2011

मेरे लिए कुछ ख़ास हो तुम .......


सर्दी में खिली धूप का एहसास हो तुम ,
मेरे लिए कुछ ख़ास हो तुम  .......

प्रेम रंग में डूबी राधा-कृष्ण की रास हो तुम ,
मेरे लिए कुछ ख़ास हो तुम  .......

मेरे दिल के वीराने में जीने की आस हो तुम ,
पतझड़ में बहार आने का एहसास हो तुम ,
मेरे लिए कुछ खास हो तुम  .......

चांदनी बिखेरती पूनम की रात हो तुम ,
भोर में ताजगी भरी ठंडी सांस हो तुम ,
मेरे लिए कुछ खास हो तुम  .......
तुम्हें अब मै खो नहीं सकता ,तुम मेरे दिल में रहती हो ,
हो तुम कहीं भी पर अब हमेशा मेरे पास हो तुम ,
मेरे लिए कुछ खास हो तुम  .......