सर्दी में खिली धूप का एहसास हो तुम ,
मेरे लिए कुछ ख़ास हो तुम .......
प्रेम रंग में डूबी राधा-कृष्ण की रास हो तुम ,
मेरे लिए कुछ ख़ास हो तुम .......
मेरे दिल के वीराने में जीने की आस हो तुम ,
मेरे लिए कुछ ख़ास हो तुम .......
प्रेम रंग में डूबी राधा-कृष्ण की रास हो तुम ,
मेरे लिए कुछ ख़ास हो तुम .......
मेरे दिल के वीराने में जीने की आस हो तुम ,
पतझड़ में बहार आने का एहसास हो तुम ,
मेरे लिए कुछ खास हो तुम .......
चांदनी बिखेरती पूनम की रात हो तुम ,
भोर में ताजगी भरी ठंडी सांस हो तुम ,
मेरे लिए कुछ खास हो तुम .......
चांदनी बिखेरती पूनम की रात हो तुम ,
भोर में ताजगी भरी ठंडी सांस हो तुम ,
मेरे लिए कुछ खास हो तुम .......
तुम्हें अब मै खो नहीं सकता ,तुम मेरे दिल में रहती हो ,
हो तुम कहीं भी पर अब हमेशा मेरे पास हो तुम ,
मेरे लिए कुछ खास हो तुम .......
मेरे लिए कुछ खास हो तुम .......
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